देहरादून में केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों ने मनाया योग दिवस


PIB Dehradun-देहरादून में केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किये गए। इसी कड़ी में कार्यालय महालेखाकार (लेखा एवं हक.), उत्तराखण्ड द्वारा कार्यालय परिसर में कार्यरत अधिकारियों, कर्मचारियों एवं उनके परिवारजनों के लिए एक विशेष योग सत्र का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम ईशा फाउंडेशन के सहयोग से ऑडिट कॉलोनी, कौलागढ़ स्थित बहुउद्देशीय कक्ष में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ महालेखाकार श्री मोहम्मद परवेज आलम द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस अवसर पर उन्होंने योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, “योग मात्र शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि यह जीवन जीने की एक पद्धति है, जो व्यक्ति को शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ और संतुलित बनाए रखने में सहायक होती है।”

वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई) द्वारा भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद

(आई.सी.एफ.आर.ई), इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी (आई.जी.एन.एफ.ए), केंद्रीय राज्य वन सेवा

अकादमी(सी.ए.एस.एफ.ओ.एस) एवं वन शिक्षा निदेशालय(डी.एफ.ई) के सहयोग से हरित योग 2025 का सफलतापूर्वक आयोजन एफ.आर.आई परिसर, देहरादून में किया गया। इस कार्यक्रम में 500 से अधिक प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिनमें माननीय केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य राज्यमंत्री श्री तोखन साहू (मुख्य अतिथि), आई.सी.एफ.आर.ई के महानिदेशक, आई.जी.एन.एफ.ए के निदेशक, एफ.आर.आई के निदेशक, डी.एफ.ई के निदेशक, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक(ए.पी.सी.सी.एफ), क्षेत्रीय कार्यालय देहरादून, सी.ए.एस.एफ.ओ.एस के प्राचार्य, वैज्ञानिकगण, अधिकारीगण, परिवीक्षाधीन अधिकारी, प्रशिक्षणार्थी, तथाकेवी-एफ.आर.आई देहरादून के छात्र-छात्राएं एवं शिक्षकगण शामिल रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ एफ.आर.आई की निदेशक श्रीमती ऋचा मिश्रा द्वारा स्वागत भाषण के साथ हुआ। इसके पश्चात मुख्य अतिथि श्री तोखन साहू ने प्रेरणादायक संबोधन दिया, जिसमें उन्होंने दैनिक जीवन में योग को अपनाने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा, योग केवल एक शारीरिक व्यायाम नहीं है, यह जीवन जीने की एक शैली है जो हमारे शरीर, मन और आत्मा को पोषण देती है।

इसके अतिरिक्त केंद्रीय संचार ब्यूरो सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के प्रादेशिक कार्यालय देहरादून द्वारा योग दिवस पर “एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य के लिए योग” की थीम पर आधारित दो दिवसीय चित्र प्रदर्शनी का समापन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम स्थल स्वामी रामतीर्थ मिशन राजपुर रोड देहरादून पर पतंजलि योगपीठ, देहरादून के सहयोग से योग शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 350 साधक– साधिकाओं ने योग में प्रतिभाग किया। तत्पश्चात आरंभ हुए कार्यक्रम के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में श्री सौरभ थपलियाल, महापौर, नगर निगम देहरादून तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री ललित मोहन जोशी, चेयरमैन, सीआईएमएस, देहरादून उपस्थित रहे।  इस अवसर पर छात्र-छात्राओं के मध्य चित्रकला प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता एवं प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया ।

कार्यक्रम में महिला बाल विकास विभाग के सहयोग से कुछ धात्री महिलाओं को महालक्ष्मी किट का वितरण किया गया साथ ही कुछ गर्भवती महिलाओं की गोद भराई भी की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने योग को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप दिया जो विश्व के पटल में लोगों द्वारा अपनाया जा रहा है।  उन्होंने कहा कि योग का मतलब जोड़ना होता है। इस तरह के कार्यक्रम से लोगों को जोड़ा गया इसके लिए आयोजक बधाई के पात्र हैं। साथ ही उन्होंने योग को अपने जीवन में आवश्यक रूप में अपनाने पर जोर दिया । अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस), देहरादून शाखा कार्यालय द्वारा भी योग सत्र का आयोजन यूसीएफ सदन, देहरादून में किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन  भारतीय खाद्य निगम के सहयोग से किया गया।

बीआईएस देहरादून के प्रमुख एवम निदेशक सौरभ तिवारी ने इस अवसर पर अपने संदेश मैं कहा कि बीआईएस में, हम जीवन के सभी पहलुओं में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए उत्कृष्टता और मानकीकरण के लिए लगातार प्रयास करते हैं। इसी तरह, योग जीवन जीने का एक ऐसा मानक प्रदान करता है जो शारीरिक फिटनेस, मानसिक स्पष्टता और आध्यात्मिक शांति को बढ़ावा देता है। योग को अपनाकर, हम एक स्वस्थ समाज में और बदले में, एक स्वस्थ ग्रह में योगदान करते हैं।



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